शारदीय नवरात्र

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raj malpani
..”शारदीय नवरात्र” के बाद आनेवाला “दूधिया रौशनी” का “अमृत” बरसाने वाला त्यौहार “शरद पूर्णिमा” की हार्दिक शुभकामनाये..
खुली धरा पर पसरी शरद चंद्रमा की चांदनी
छिटक चाँदनी की ख़ुशबू, मिलन की यमिनी
धरती के हर आँगन पर, पूर्णिमा का आभास
हर नारी में गोपी, और नर में कान्हा का वास
गोपियों संग मिलकर, श्रीकृष्ण करे महारास
आत्म से परमात्मा के, मिलन का है मधुमास
तीनों लोकों के नाथ श्रीकृष्ण भक्तों के दास
पूर्णिमा के साक्षी में श्रीकृष्ण रचाये महारास
सोलह कलाओं से परिपूर्ण हो ‘शरद पूर्णिमा’
‘श्वेत चाँदनी’ से दूर करना धरा की कालिमा
शरद पूनम का चाँद चाँदनी बिखरे चारों और
प्रेमामृत से बँधे है, हम तुम कहीं ओर ना छोर
पूर्ण चन्द्र पूर्ण चांदनी ‘शरद पूर्णिमा’ की रात
समीप तनिक बैठ ‘सु’ करे पूर्ण हृदय से बात
तुम्हारे बिना जीवन जीने की चाह अब अधूरी
मै तुम्हारा चान्द हु, तुम हो चंद्रमा की चकोरी
इस दूधिया रोशनी में लिखा संपूर्ण प्रेम राज
चमकते चाँद की रोशनी से मिटाए दूरी आज
    #राज मालपाणी
    शोरापुर(कर्नाटक)

matruadmin

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