डा. स्वयंभू शलभ की चर्चित किताब *कोई एक आशियाँ* अब डूरस्टेपशोप्पी के वेबसाइट पर उपलब्ध

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डा. स्वयंभू शलभ की पाँचवी किताब ‘कोई एक आशियाँ’ डूरस्टेपशोप्पी सर्विसेस प्रा. लिमिटेड के वेबसाइट पर भी उपलब्ध हो गई है। ग्वालियर स्थित आईटीएम यूनिवर्सिटी के सेमिनार हॉल में बीते सोमवार को आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में कंपनी के वाईस प्रेसिडेंट पवन तिवारी एवं सीईओ प्रभव दुबे ने किताब के लोकार्पण के साथ संयुक्त रूप से इसकी घोषणा की।
इस मौके पर श्री दुबे ने कहा कि स्तरीय साहित्य को पाठकों तक सरल तरीके से पहुंचाना भी कंपनी का उद्देश्य है। इसी उद्देश्य के तहत हिंदी साहित्य की इस चर्चित किताब का चयन किया गया है।
वहीं इस मौके पर श्री तिवारी ने कहा कि आज यह कंपनी अपने यूनिक डिलीवरी मॉडल के जरिये  ग्राहकों को कम से कम समय में हर प्रोडक्ट उपलब्ध करा रही है।
मौके पर कैटेलिस्ट डिज़ाइनर के सीईओ आकाश गौहर ने कहा कि उन्हें इस बात का फख्र है कि इस किताब का कवर डिज़ाइन तैयार करने का मौका उनकी कंपनी को मिला।
इस मौके पर कंपनी के एमडी शिरीष गुप्ता एवं डायरेक्टर पिंकू जायसवाल ने इस किताब की थीम के बारे में बताते हुआ कहा कि ‘कोई एक आशियाँ’ जीवन के विभिन्न रंगों का एक खूबसूरत गुलदस्ता है जिसकी चारों कहानियाँ प्रेम के रूहानी अहसासों से सराबोर हैं।
गौरतलब है कि यह कंपनी आईटीएम यूनिवर्सिटी, ग्वालियर के छात्र प्रभव दुबे एवं सौरभ शलभ द्वारा स्टार्टअप के रूप में शुरू की गई थी।

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।