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रो-रो कर वृक्ष बतावे
रे मानव क्यो काट रह मुझे
रक्त क्यो बहा रहा है मेरा
मैंने तेरा क्या बिगारा है ।
तुझे नही पता ,मुझे काट
तु भी जिंदा नही बचेगा
तेरी मेरी दोस्ती सांसो की है
क्या इस जग मै दोस्ती छुटेगी ।
मैंने तो अपना सारा फल
अपनी सारा तन भी
तुझे ही समर्पित किया है
फिर क्यो मुझे काट रहा ।
मेरी क्या दोस मुझे बताना
मेरा सारा काया भी तो
तुझे किसी न किसी काम आता है
फिर मुझे क्यो काट रहा ।
साफ रखता हू पर्यावरण को
वायु भी करता शुद्ध,समय पर
वर्षा लाता,बाढ से करता रक्षा
फिर क्यो मुझे काट रहा ।
#पुष्कर भारती
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