मैंने उन्हें सर झुकाकर मेरा सलाम बता दिया..
हाल-ए-दिल उनको अपना तमाम बता दिया..
किसीने मुझसे पूछा,
उसके होठ कैसे है…..??????
मैंने मुस्कुराकर मय-ए-जाम बता दिया…….
किसीने मुझसे पूछा,
उसके गाल कैसे है…..??????
मैंने हँसकर बस सुर्ख-ए-गुलाल बता दिया….
किसीने मुझसे पूछा,
कैसा दिखता है वो…..??????
मैंने सच में शहजादा-ए-जहां बता दिया…….
किसीने मुझसे पूछा,
कब होगी उससे मुलाकात….????
मैंने चुपचाप कयामत-ए-रात बता दिया……
किसीने मुझसे पूछा
वो तुम्हे इतना तड़पाते क्यो है…????
मैंने बस मोहब्बत-ए-इंतकाम बता दिया…..
मैंने उससे पूछा
नफरत है तुम्हे किससे……??????
“उस जालिम ने देखो “मलिक” का ही नाम बता दिया………….!!!!!!!!!!
#सुषमा मलिक
परिचय : सुषमा मलिक की जन्मतिथि-२३ अक्टूबर १९८१ तथा जन्म स्थान-रोहतक (हरियाणा)है। आपका निवास रोहतक में ही शास्त्री नगर में है। एम.सी.ए. तक शिक्षित सुषमा मलिक अपने कार्यक्षेत्र में विद्यालय में प्रयोगशाला सहायक और एक संस्थान में लेखापाल भी हैं। सामाजिक क्षेत्र में कम्प्यूटर प्रयोगशाला संघ की महिला प्रदेशाध्यक्ष हैं। लेखन विधा-कविता,लेख और ग़ज़ल है। विविध अखबार और पत्रिकाओ में आपकी लेखनी आती रहती है। उत्तर प्रदेश की साहित्यिक संस्था ने सम्मान दिया है। आपके लेखन का उद्देश्य-अपनी आवाज से जनता को जागरूक करना है।