बरसात में
रिमझिम फुहार
लाए बहार
मेघा गरजे
भयंकर बरसे
सर्वत्र पानी
बारिश हुई
सूरज छिप गया
अंधेराहुआ
पानी बरसा
नव जीवन आया
जग हरषा
भरेगी नाली
चले कागज-नाव
बजेगी ताली
वर्षा होने से
धरती खिल उठी
मन हरषे
बरखा आई
खुशियाँ संग लाई
जीवन दायी
बदरा घिरे
झमाझम पानी में
छाते निकले
बारिश हुई
पेड़-पौधे जी उठे
नदियाँ बहे
घटाएँ घिरी
बदरा बरसते
मन खिलते
इन्द्रधनुष
मन को दे सुकून
मिटे कलुष
आसमान में
बिजली चमकती
औ कड़कती
वर्षा को देख
बच्चे हो रहे खुश
होगा रेनी डे
सर्वत्र पानी
नहीं पीने का पानी
प्यासा जग
मस्ती के रंग
बारिश झूमे अंग
खुशी के संग
#आशा जाकड़