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लोकतंत्र है देश का आधार बनो तुम इसके पहरेदार भारत की गरिमा छू ले तुमसे आकाश  किंतु अपने पथ से विचलित ना हो हो अपने कर्तव्य का भान राजस्थान में चुनावी रणभेरी बज चुकी है । 7 दिसम्बर को नई सरकार को चुनने के लिए हम सभी मतदान में आहुति […]

स्वच्छता अभियान जैसे प्रतिष्ठित स्वनामधन्य को हम जैसे दे ठेठ देहाती लोग सफाई के नाम से गुहराते हैं। हमें सदियों से गंदगी फैलाने की आदत विरासत में मिली है इसीलिए सफाई का हो- हल्ला भी मचाना ही पड़ता है। शासन – प्रशासन के सक्षम मुखिया से नाता जोड़ने का सबसे […]

हैदराबाद में होगी ३१ दिसम्बर २०१८ को हिंदी बनें राष्ट्रभाषा अभियान की सभा दिनांक २८ नवंबर २०१८ को हम सभी हैदराबाद पहुंचे हैदराबाद में हम सभी जैन मंदिर के प्रांगण में यहां के स्थानीय समाजसेवी अरुण मुथा जैन के नेतृत्व में हम सभी सुरेंद्र बाबू लुनिया से मुलाकात की और […]

वो दौर भी जाता दिख रहा है जब अदद पाठक अपनी मानसिक खुराक की खोज में पुस्तकें टटोलता था, पुस्तकालय के खाक छानता था, दोस्तों से किताबें भी उधार मांगता था, कहीं सड़क किनारे लगी किताबों की दुकान पर ठहर कर वो अपने कद को खोजता था, पहचानता था वो […]

यह जानकर किसी भी देश-भक्त को दुःख होगा कि हमारे यहाँ किसी आतंकवादी के नाम से भी ब्रिज हो सकता है। दरअसल दक्षिणी मुंबई में छत्रपति शिवाजी टर्मिनस के उत्तरी गेट के पास एक ओवरब्रिज है, जिसे लोग ‘कसाब-ब्रिज’ कहने लगे हैं।  मुंबई हमले के आतंकी अजमल कसाब के नाम […]

इस बात से शायद ही किसी को असहमति हो कि समाज को अपने काम चलाने के लिये भाषा की जरूरत लाजिमी है . भाषा से न केवल विचार की अभिव्यक्ति होती है, पारस्परिक संवाद होता है,ज्ञान का संरक्षण और पीढियों के बीच संचार होता है बल्कि स्वास्थ्य , न्याय , […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।