लुंबिनी में सिद्धार्थ ने जन्म लिया, मात-पिता थे शुद्धोधन और महामाया। सुंदर यशोधरा संग ब्याह रचाया, राहुल को पुत्र के रूप में पाया। राजकुल के सुखों को भोगते हुए, मन में थे वैराग्य को पाले हुए। बूढ़े, रोगी, मृतक देख विचलित हो गए, संसार से विमुक्त संन्यासी देख आकर्षित हो […]
काव्यभाषा
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कपिलवस्तु के लुम्बिनी वन में शाक्यकुल के राज्यवंश में शुद्धोधन-महामाया के घर इक महापुरुष अवतारे थे तेजस्वी इस ज्योतिपुंज से एशियाई क्षेत्रों में उजास हुआ प्रेम शांति का संचार हुआ… राजा शुद्धोधन-मायादेवी ने पाया सुदर्शन इक राजकुमार सिद्धार्थ उदास ही रहता था देख बुढ़ापा, रोग, मृत्यु को राजमहल के वैभव […]