कृष्ण – सुदामा जैसे मेरे मित्र पग-पग पर साथ निभाते मित्र । महकतें आदर्श जिनके सर्वत्र सार्थक भाव का लगाकर इत्र ॥ दोस्ती है तो जिंदगी है पवित्र रब की ऐसी बंदगी है मित्र । सुख और दुःख का साथी अंधेरे मे उजाले की बाती मित्र ।। पढ लेना मन […]
काव्यभाषा
काव्यभाषा