मखमली घास पर मखमली जूते पहने, सिर पर हरे -भरे पत्र- छत्र छाँह लिए, आकाश की तिलस्मी दुनिया की ओर दृष्टि गढ़ाए हमारा कर्णधार अपनी ही धुन, अपने ही सुख में लीन,बेपरवाह बढ़ता चला जा रहा है….।जहाँ है सपनों की रुपहली,चकाचौंध से भरी दुनिया…।एक उड़ान..सपनों को पाने की चाहत। सपनों […]

कोरोन ने वैश्विक रूप से आघात पहुंचाने का काम किया है, कही लाशों के ढेर तो कही अपनों के बिछड़ने का क्रम अनवरत जारी रखा, दम तोड़ती व्यवस्थाएँ और शासकीय तंत्र की बदहाली को भी हमने अपनी आँखों से देखा और महसूस किया। ऐसे हालातों के बीच अभिभावकों ने तो […]

राजीव गांधी युवा भारत व संचार क्रांति के जनक भारत रत्न पूर्व परधान मंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को मुंबई में हुआ और उनका निधन 21 मई 1991 को चुनाव प्रचार के दौरान हुआ I राजीव गांधी का पूरा नाम राजीव रत्न गांधी था […]

अयोध्या । भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या संसदीय क्षेत्र से सम्पूर्ण सेवा प्रक्रम का संचालन करने वाले सांसद लल्लू सिंह जी व प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना के राष्ट्रीय महामंत्री महंत राजू दास जी को ‘मातृभाषा उन्नयन संस्थान’ द्वारा ‘राष्ट्र दीप सम्मान’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान ख़बर हलचल न्यूज़ के […]

इंदौर। नारी मन की रचनाएँ जिसे लिखा भी मातृ शक्ति द्वारा है और सम्पादन भी मातृ शक्ति का ही है। वुमन आवाज़ द्वारा तैयार साझा संग्रह ‘आधी आबादी’ का विमोचन मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा आयोजित हिन्दी महोत्सव 2021 के समापन के अवसर पर वरिष्ठ कहानीकार एवं साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त […]

बापू! अब भी अपने चरखे के साथ मिले डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ सैंकड़ो शहरों की यात्राओं के अनुभव, हज़ारों साहित्यिक आयोजनों में उपस्थिति, लाखों लोगों से मिलने के अवसर के साथ यायावर को जीवन में सबकुछ तो मिल रहा है पर कुछ यादें दस्तावेज़ बनकर जीवन के अभिप्राय को अलंकृत […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।