मत रो मेरे दिल चूप हो जा बहोत हो गई रात चल अब सो जा। बहोत बुरा उसने तेरे साथ किया दर्द नाम तेरी जिंदगी को दिया। रचाकर मेंहदी किसी के नाम की तेरा जिना उसने हराम की उसके घर से उठी उसकी डोली तेरे दर से उठा उलफत का […]

उसुल ईमान धरम सब बाजार हो गया सत्तापक्ष का गुलाम अखबार हो गया। जिसने रोते चेहरे पे कभी हंसी लाई नही पता नही वो कैसे क्या पत्रकार हो गया। जिंदगीभर रहे जिसके दो नम्बर के धंधे वो आदमी समाज का सरदार हो गया। साथ बैठ पुलिस के खाते पीते देखा […]

जीवन मे उगा बबूल गये है लोग जिना ही अब जैसे भूल गये है लोग अमन प्यार वफा सब है बस नाम के बात बात पर चला त्रिशूल गये है लोग। भिड है झूंड है पर इंसान एक नही खूदगर्जी मे खूद ही को भूल गये है लोग। जात धर्म […]

तुम लाशें बिछाते रहो,  हमअर्थी उठायेंगे ;  तिरंगे का कफन देकर,  वंदे मातरम गायेंगे | समूचा भारत  उजाड़ दो,  पर हाथ नहीं उठायेंगे ;  भले ही मर जायें, पर शांति दूत कहायेंंगे | गाै की पूजा करके , गाै ही बने रहेंगे , तुम्हारी सोच मे खोट है , कि […]

जिसे है भूख रोटी की, भला श्रृंगार क्या लिखे पसीने से रहे लथपथ, बसन्त बहार क्या लिखे। दिखे महबूब की गलियाँ, न ही सावन घटाएँ हीं जले घर में नहीं चूल्हे, बता फिर प्यार क्या लिखे॥         #अशोक ‘अश्क़’ परिचय: अशोक ‘अश्क़’ ,बिहार राज्य के जितवारपुर चौथ(वार्ड […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।