शहीदों की शहादत को सलाम करते हैं, जिस्मों-जान वतन के नाम करते हैं। नमन है ऐसे वीर जवानों को ,वतन की खातिर जो जान भी कुर्बान करते हैं। उनके दम से ख़ुशी हमने पाई है, तिरंगा लहराते हम वतन की शान करते हैं। याद आती है कुर्बानियां,निछावर हम भी दिलो-जान […]
kishor
कुछ हैं मेरे सपने, कुछ सच्चे,कुछ कच्चे.. कुछ खट्टे,कुछ मीठे, कुछ सिमटे,कुछ बिखरे। कुछ अनमने,कुछ अनकहे, कुछ दिखलाते,कुछ धुंधलाते.. कुछ कराहना,कुछ मुस्कुराते, कुछ आते,कुछ जाते। समेटना चाहूँ,तो मुमकिन नहीं, सपनों ने ही बिखेरा है मुझको.. आस और आस,न रहा कोई पास, रुक-रुक के आते हैं। बवंडर-सा मचा जाते हैं, कभी […]