
प्यार करो गले लगा लो, इस नन्हीं-सी जान को।
जीने दो आजादी से,
दुनिया के संग चलने दो, पाएगी अपनी पहचान को
नाम करेगी रोशन,
जुल्म न करो तुम बेटी पर, प्यार करो सम्मान दो..
प्यार करो,गले लगा लो, इस नन्हीं-सी जान को।
पढ़ा-लिखा बेटी को,
मत छीनो प्यारी-सी मुस्कान,
सोच बदल दो तुम दुनिया की,
जानबूझकर अंजान बन रहा,
जुल्म न करो तुम बेटी पर, प्यार करो सम्मान दो..
प्यार करो,गले लगा लो, इस नन्हीं-सी जान को।
दुनिया माँ कहती है जिसे,
दया भाव है माँ के हृदय में,
बेटियों को काबिल बना, खुद पर तुम गर्व करो..
दुनिया वाले क्या कहेंगे, दुनिया वालों से न डरो..
प्यार करो,गले लगा लो, इस नन्हीं-सी जान को॥
#किशोर सकलानी
परिचय :२६ वर्षीय किशोर सकलानी उत्तराखंड के चम्पावत जिले के सकदेना गाँव में रहते हैं | आपकी शिक्षा १२वीं तक हुई है| वर्तमान में दिल्ली के जहाँगीर पूरी में निवास है| स्टील पाइप के कारखाने में पर्यवेक्षक पद पर कार्यरत हैं|