भाग-१ बस्ता,जिसे अँग्रेज़ी में बैग और हिंदी में थैला बोलते है,पर मुझे बस्ता बोलना पसंद है,क्योंकि जब छोटे थे,शाला जाते थे तो इसे बस्ता बोलते थे। पता है ये बड़े काम की चीज था,तब भी और अब भी। बड़े होते गए और बस्ते बदलते गए। कई बार मार भी खाई […]
सादा रहोगे तो स्वादी रहोगे, कभी-क़भी जायका लहजा बिगाड़ देता हैl जमीं पे रहोगे तो आसमाँ से लगोगे, कभी-कभी उड़ना गिरा भी देता हैl मीठा बोलोगे तो चापलूस बनोगे, कभी-कभी कड़वा भी स्वाद ला देता हैl जिंदगी में जितना छोड़ोगे उतना मिलेगा, कभी-कभी छोड़ना भी कुछ […]
मोहब्ब्त तुमसे है शिकायत तुमसे है, लासानी-सी ज़िंदगानी तुमसे है। मेरे रब की इबादत तुमसे है, मेरे घर की बरक़त तुमसे हैl मेरी ज़िंदगी की उपमा तुमसे है, मेरी ज़िंदगी का अलंकार तुमसे हैl मेरी हिन्दी का छंद तुमसे है, मेरी उर्दू का नुक्ता तुमसे हैl तेरी मोहब्बत मेरे लम्हों […]
मेरी माँ ने पढ़ा है जाने कौन-सा शास्त्र, कम रुपयों में भी बदल डाला पूरा अर्थशास्त्र। जाने कौन-सी तरक़ीब लगा दी, वस्तु विनिमय की नींव हिला दी। ग़ुरबत में आय न थी न लाभ की उम्मीद, उनकी बचत की परिभाषा का मैं बन बैठा मुरीद। बचत की परिभाषा कुछ इस […]
मेरे अरमानों को रब ने बरक़त बख्शी है, ए रब बस अब तू सुकूँ की दाद दे। मेरे जिस्म ने हर गम का लुफ़्त उठाया है, अब बस इसे दुरुस्तगी की दाद दे। मैंने घंटों खुद के साथ गुज़ारे हैं, अब बस तू मुझे महफ़िल की दाद दे। मैं चला […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।