१ दैवीय है — आपका स्वरूप २पूजनीय है—आपके चरण ३ करणीय है–आपकी पूजा ४ लेखनीय है -आपका चरित्र ५ माननीय है -आपकी मृदुता ६ मोहनीय है—आपकी ममता ७ दर्शनीय है– आपकी छवि ८ पठनीय है —–आपके लेख ९ माननीय है-आपका पराक्रम १० श्रवणीय है-आपके उपदेश ११वर्धनीय है –आपकी प्रसिद्धि १२पालनीय […]
rikhab
बिगुल बज गया राष्ट्रभाषा का। प्रत्येक बालक बालिका जगी।। इंदौर जागा राजस्थान जागा। हिंदी संगणक योद्धा भी जगा।। हिन्दी भाषा माता है सबकी। मातृभाषा डॉट कॉम वेब की।। अन्तराशब्दशक्ति प्रकल्प की। हिन्दी ग्राम समूह वटवृक्ष की।। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के । अर्पण,प्रीति का एक ही नारा है।। राजभाषा को राष्ट्रभाषा […]
जयपुर| विशुद्ध स्वर्णिम संयम दीक्षा महोत्सव राष्ट्रीय कार्यकारिणी के प्रचार प्रमुख व मातृभाषा उन्नयन संस्थान राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष श्री रिखब चन्द राँका ‘कल्पेश’ जयपुर को साहित्यिक क्षेत्र में उत्कृष्ट सृजन व समाज सेवा में उल्लेखनीय योगदान हेतु हरियाणा की साहित्यिक संस्था विलक्षणा एक सार्थक पहल समिति (रजि 02314) द्वारा […]
सत्ताईस नवंबर शुभ दिन आया। उन्नीस सौ सात साल कहलाया।। जन्म वसुधा पर बालक ने पाया। कायस्थ श्रीवास्तव कुल हर्षाया।। पिता प्रताप नारायणजी का प्यारा। माँ सरस्वती देवी का राज दुलारा। इलाहाबाद नगर, प्रतापगढ़ प्यारा। धन्य वसुंधरा बाबू पट्टी ग्राम सारा।। पाणिग्रहण का मंगलमय दिन आया। श्यामादेवी,तेजी सूरी से ब्याह […]