लड़ रहे है राजनीति के जादूगर कुत्ते बिल्ली की तरह, अपनी झूठी-झूठी बातो से,ये फिर से लोगो का मन हरे। भोली भाली जनता हर बार ही इनकी बातो में आ जाती। इन्हें  जिताकर  खुशी –  खुशी  फिर  इनके  जूते  खाते।। कोई ग़ांधी-ग़ांधी करता,कोई  मोदी के नाम को रोता है। बार […]

कुछ  लोग  आज जीवन मे जरूरी है। जब तक वो किसी के लिए जरूरी है।। निभा  रहे  है  हर  रिश्ते को सभी लोग। कैसी ये आजकल लोगो की मजबूरी है।। समंदर  की  लहरों पर खेय रहा है नैया। पता ही नही,माझी की क्या मजबूरी है।। ना ही इस पार है,ना […]

कुछ इस कदर आँखो के सामने मंजर बदल जाता है । अभी पलके खुली हुई थी तब सब कुछ खुशियों से भरा था। एक जरा आँखे झपकाई तो दुखो का शैलाब उमड़ आता है। अपने बुने सपने पूरे ना होने पर जब आँखे लाल हुई। तब अपनी ही आँखो का […]

इतिहास  के  पन्नो  में  कितने  ना  जाने  दफन  हो  गए। अच्छे बुरे ना जाने कितने लोग मिट्टी की गोद मे सो गए।। कुछ  के  सपने  पूरे  हुए , कुछ  के  सपने ध्वस्त  हो  गए। बनते बिगड़ते रिश्तों के बीच सभी ना जाने कहाँ खो गए।। मेरा मेरा जो करता रहा […]

क्या इंसान में इंसान भी  कहीं  जिंदा  है। क्या अभी भी इंसान का ईमान जिंदा है।। रोज  दूसरे  लोगो  के कर्मो का आंकलन करता है। क्या अभी भी तेरे अंदर का मासूम बच्चा जिंदा है।। घटती हुई उम्र के साथ सब कुछ कहीं पीछे छूट रहा है। वो दुखो से […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।