वाह वाह मोदी जी …………….

0 0
Read Time2 Minute, 13 Second
ankit jain
आम आदमी के अच्छे दिन ला दिए
वो पुराने वाले दिन याद सबको दिला दिए
वाह वाह मोदी जी अच्छे दिन आ गये
कहते थे की कांग्रेस की सरकार खराब है
बढ़ाया दाम पेट्रोल डीजल का नीयत खराब है
अब स्वयं दाम दुगने तुमने बड़ा दिए
वाह वाह मोदी जी…………
में न खाऊंगा न खाने दुंगा ये है वादा मेरा
कालाधन वापस लाऊंगा ये वादा है मेरा
अब माल्या और मोदी क्यो रंगेलिया मना रहे
वाह वाह मोदी जी ……………
राहुल भी हारे हारे अखलेश ताऊ है
कहते हैं कि ऐ वी एम में जादू है
आप तो जीत की  खूशियां मना रहे
वाह वाह मोदी जी ………………
गरीब का कल्याण करूंगा किसानों का बेटा हूं
अब रो रहा है किसान लाले पढ़े है एक एक रोटी के
 किसानों का बुरा हाल है यही क्या अच्छे दिन आ गये
 ‎वाह वाह मोदी जी…………
आंखे फोड़ी जग जग कर की खूब पढांई की
अच्छे नम्बरो से पास हुआ मेहनत  सफल हुई
पर नौकरी का लुत्फ कम नम्बर वाले उठा रहे
वाह वाह मोदी जी………….
किसान रो रहा है व्यापारी रो रहा
नोट बन्दी से आम आदमी रो रहा
आप तो बस विदेश घूमने जा रहे
वाह वाह मोदी जी …………….
नाम-अंकित जैन
साहित्यिक उपनाम-विरागांकित
जन्म स्थान -पथरिया
वर्तमान पता- पथरिया जिला दमोह
राज्य-मध्यप्रदेश
शहर-पथरिया
शिक्षा- बी. ए.(अध्ययनरत)
विधा -गीत/कविता/लेख
अन्य उपलब्धियाँ- संगीत में गाना और बजाना दोनों में ही समाज के चहेता
लेखन का उद्देश्य- मात्र भाषा हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार और हिंदी भाषा को बढ़ावा देने का प्रयास करना 
 

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

"क्या पाया क्या खोया"

Tue May 15 , 2018
दिल जाने इस दुनिया में मैंने ,  क्या पाया क्या खोया है। वफ़ा के पथ पर चलकर मेरा ,  दिल भी  जोरों से रोया है।  झूठ की बुनियाद  से उसने ,  खुदगर्जी का महल बनाया। स्वार्थ को दे रिश्ते का नाम ,  वो नींद चैन की सोया है।। फूल बोकर […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।