आदमी की पहचान

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tikeshwar

आदमी की पहचान-
उनका स्वाभिमान हो.

बड़ी खूबसूरत संरचना-
है वो संसार की.
रवि की रश्मियाँ लिये-
बहती नदी की धार-सी.
सदा बचा रहे सम्मान-
जैसे रेत का निर्माण हो.

सोना और निखरता जैसे-
दहकते अंगारों के बीच.
हाथ मलते रह जाते-
कोयले बेसहारों-से नीच.
बेइमानी की लपटें बूझती-
अपने जिद पे ईमान हो.

ध्वनि में पवित्रता ज्यों-
श्वेत-सुरीले शंख की.
झीलों में निखरती छवि-
हंस के सजीले पंख की.
पावन हृदय से निकले-
मधुर कर्णप्रिय जुबान हो.

उठें, चलें, और आगे बढ़ें-
ऊपर बढ़ता धुआँ-सा.
सद्भाव का जल ले अंतस-
गहरा-शीतल कुआँ-सा.
क्या कर पायेगी कटारी-
जब सहिष्णुता का म्यान हो.

गर्दभ, श्वान, वृषभ, तुरंग-
मानव सेवा में होते लीन.
समर्पण होता पशुता में-
निश्छल और स्वार्थहीन.
जीना तभी जीना है-
जब जीवन कर्मप्रधान हो.

आदमी की पहचान-
उनका स्वाभिमान हो.

#टीकेश्वर सिन्हा ” गब्दीवाला “

परिचय : 

नाम :– टीकेश्वर सिन्हा.

साहित्यिक उपनाम :– गब्दीवाला.

वर्तमान पता :– डौण्डी –बालोद ( छ. ग. ).

राज्य / प्रदेश :– छतीसगढ़.

 शहर :– बालोद.

शिक्षा :– एम. ए. ( अंग्रेजी ) डी. एड.

 विधा :– गीत / कविता.

प्रकाशन :– दो काव्य संकलन एवं एक गद्य संकलन.

सम्मान :– 1. दो आंचलिक साहित्यिक सम्मान.

 

लेखन का उद्देश्य :– सामाजिक उत्थान .

 

Arpan Jain

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।