मतदान

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kanak
चिंतन-मनन कर पूर्ण विचार,
तत्पश्चात प्रयोग कीजे
अपना मताधिकार।
आओ अशिक्षितों को भी
अवगत कराएंं,
मताधिकार का उचित
प्रयोग बताएं।
मँहगाई, बेरोजगारी,भ्रष्टाचार पर
करे जो नियंत्रण,
उसे ही चुनकर
बनाना है हमें जनतंत्र।
अगर चुन लिया
जो आपने गलत उम्मीदवार,
फिर उससे
उम्मीद रखना होगी बेकार।
मानव अधिकारों का
होता रहेगा यूँ ही हनन,
जो नहीं करोगे
मताधिकार से पहले मनन।
इसलिए,सोच-समझकर देना ‘मत’
तुम स्वविवेक से,
चाहे हो वह किसी भी
दल या जाति का यार,
याद रखो
तुम्हें चुनना है
बेहतर उम्मीदवार।
अगर न हो कोई
उचित उम्मीदवार आपके सामने,
तो..
‘नोटा’ का प्रयोग करना
तुम अपने ‘मतदान’ में॥
#कनक दाँगी ‘बृजलता’
परिचय : कनक दाँगी ‘बृजलता’ का जन्म १० मार्च १९९५ में वृन्दावन(मथुरा, उ.प्र.)में हुआ है।आपका निवास वर्तमान में मध्य प्रदेश के गंजबासौदा में है। बीएएलएलबी में अध्ययनरत होकर लेखन से जुड़ी हैं। काव्याग्रह (कविता संग्रह) प्रकाशित रचना है तो,स्थानीय तथा प्रदेश के पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशन होता रहता है। आगामी कहानी संग्रह प्रकाशाधीन है। कविता, कहानी,लेख,उपन्यास और नाटक विधा में लेखन करती हैं। साथ ही चित्रकारी,नौ भाषाओं के ज्ञान व अंकशास्त्र और ज्योतिष के साथ समस्त धर्म शास्त्रों का अध्ययन है।

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3 thoughts on “मतदान

  1. Nice sahi Kaha aapne, aapne dil ki bat or sachchai ke alfaz ko Bahut hi Sandar tarike se Kavita ke madhyam se itni badi bat ko Itne sahej or saral roop Mai vyakt Kar diya, jisse logo ko future ke election Mai planning or sahi candidate select Karne ke bare Mai sochna hi padega, thanks kanak gi

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