उलझन

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amitabh priydarshi
दिल मेरा,पर इसमें,
धड़कती हैं धड़कनें तुम्हारी।
सांसें मेरी,
पर चलती हैं सिर्फ तुम्हारे लिए।
होंठ मेरे,पर मुस्कुरातें हैं,
तुम्हें देखकर।
और मेरी आँखें ?
उसमें भी तो तुम्हारे ही सपने पलते हैं…!
कई बार कोशिश की,
पर समझ नहीं पाया,
 ‘मैं’ तुम हूं,या ‘तुम’ मैं ?
क्या तुम समझ पाती हो,
मेरी इस उलझन को ?

#अमिताभ प्रियदर्शी 

परिचय:अमिताभ प्रियदर्शी की जन्मतिथि-५ दिसम्बर १९६९ तथा जन्म स्थान-खलारी(रांची) है। वर्तमान में आपका निवास रांची (झारखंड) में कांके रोड पर है। शिक्षा-एमए (भूगोल) और पत्रकारिता में स्नातक है, जबकि कार्यक्षेत्र-पत्रकारिता है। आपने कई राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक अखबारों में कार्य किया है। दो अखबार में सम्पादक भी रहे हैं। एक मासिक पत्रिका के प्रकाशन से जुड़े हुए हैं,तो  आकाशवाणी रांची से समाचार वाचन एवं उद्घोषक के रुप में भी जुड़ाव है। लेखन में आपकी विधा कविता ही है। 
सम्मान के रुप में गंगाप्रसाद कौशल पुरस्कार और कादमबिनी क्लब से पुरस्कृत हैं। ब्लाॅग पर लिखते हैं तो,विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं तथा रेडियो से भी रचनाएं प्रकाशित हैं। आपकी लेखनी का उद्देश्य-समाज को कुछ देना है

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