माँ

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l r seju
इस जगत में सबसे ऊँचा दर्ज़ा है तेरा……
बच्चे के रूप में जन्म देकर,
ये संसार दिखाया तुमने।
जब हम चलने के काबिल हुए तो,
ऊँगली पकड़कर चलना सिखाया तुमने।
बचपन गुजरा तेरी ममता की छाँव में,
जैसे कि, धरा पर स्वर्ग दिखाया तुमने।
जन्नत है तेरे चरणों में,
नारी जाति में भी सबसे ऊँचा दर्ज़ा है तेरा ।
मेरा रूठना नहीं भाता तुझे,
मेरी नटखट चाल से प्रफुलित होती तुम॥
काला टीका लगाती मेरे गालों पर,
नजर दोष न लगे मुझे।
हर गलती क्षमादान करके,
बड़े प्रेम से समझाती मुझे॥
जन्म-जन्म तक चरणों का चाकर हूँ तेरा,
धन्य है तुझे, मनुष्य जीवन संवारा मेरा।
हे जननी, हे प्रथम गुरु,विशाल ह्रदयिनी माते,
इस जगत में सबसे ऊँचा दर्ज़ा है तेरा॥
                                                                #एल.आर. सेजू
परिचय : एल.आर. सेजू थोब राजस्थान की तहसील ओसिया(जिला जोधपुर) में रहते हैं।आपको हिन्दी लेखन का शौक है। अधिकतर लेख लिखते हैं।

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