मत सुना चाँद-सितारों की कहानी

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arun pande

 

तुझको ऐ ज़िन्दगी,इक रोज़ मैं छल जाऊँगा,

मौत का हाथ पकड़  लूँगा निकल जाऊँगाl

 

सोने-चाँदी के हज़ारों से न सींचो मुझको,

मैं ग़रीबों की दुआओं से ही पल जाऊंगाl

 

बंद मुट्ठी का भरम आप बनाए रक्खें,

और कुछ रोज़ उम्मीदों में बहल जाऊंगाl

 

मत सुना चाँद सितारों की कहानी मुझको,

कोई बच्चा तो नहीं हूँ जो बहल जाऊंगाl

 

मुझसे टकरा के लहर ने जो कहा है सागर,

मैं अगर तुमसे कहूँगा तो बदल जाऊंगाl

 

शहर की रोशनी आँखों में चुभा करती है,

जेहन से गाँव मिटा दूँ तो मैं जल जाऊँगाl

 

बस इसी सोच में महबूब को देखा ही नहीं,

गौर से देख लूं उसको तो मचल जाऊंगाl

                                                 #अरुण कुमार पाण्डेय’अभिनव अरुण

परिचय: अरुण कुमार पाण्डेय लेखन के लिए `अभिनव अरुण` नाम से पहचाने जाते हैंl वाराणसी(उ.प्र.) के  निराला नगर (महमूरगंज) में रहते हैंl  आपका जन्म १७ जनवरी १९७१ में  गाज़ीपुर (उत्तरप्रदेश) का हैl हिन्दी साहित्य में स्नातकोत्तर श्री अरुण  के दो ग़ज़ल संग्रह `सच का परचम` एवं `बादल बंद लिफ़ाफ़े हैं` तथा एक काव्य संग्रह `मांद-सी बाहर’` प्रकाशित हैl  ‘इसके अतिरिक्त कई साझा संकलनों सहित विभिन्न  पत्र-पत्रिकाओं में भी रचनाएँ प्रकाशित हैंl साहित्य,पत्रकारिता एवं प्रसारण में आपकी समान रूप से पिछले पच्चीस वर्षों से सक्रियता कायम हैl सम्प्रति रूप से आकाशवाणी(वाराणसी)में वरिष्ठ उदघोषक हैंl 

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मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।