हिन्दी महोत्सव 2024 में काव्य उत्सव हुआ आयोजित

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बिलासपुर। हिन्दी महोत्सव 2024 के अंतर्गत छंदशाला परिवार और मातृभाषा उन्नयन संस्थान छत्तीसगढ़ इकाई के संयुक्त तत्वावधान में राजभाषा केन्द्रित काव्यपाठ का आयोजन स्थानीय आरपा इन होटल में किया। संस्थान की प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रश्मिलता मिश्रा द्वारा आयोजित और डॉ श्रीमती सुनीता मिश्रा द्वारा संयोजित इस कार्यक्रम में
कवियों और कवियों ने हिंदी राजभाषा के परिप्रेक्ष्य में विभिन्न विचारों को साझा कर अपनी अपनी रचनाएं पढ़ी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ सुनीता मिश्रा ने की व मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार बुधराम यादव और विशिष्ट अतिथि धनेश्वरी गुल और पूर्णिमा तिवारी रही।

उपस्थित साहित्यकारों में रोशनी दीक्षित , रेनू बाजपेई, कामना पांडे, मनीष भट्ट, गीता नायक, राजेंद्र तिवारी, राजेंद्र मौर्य, डॉ. सुनील दत्त मिश्र, अशर्फी लाल सोनी, राजेश सोनार, शैलेंद्र गुप्ता, ओमप्रकाश भट्ट, सतीश व रेखा राम साहू ने काव्य पाठ किया। कार्यक्रम का संचालन सुषमा पाठक ने किया। आभार डॉ. रश्मि लता मिश्रा ने व्यक्त किया।

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।