मातृभाषा ने किया रिक्शा चालकों को कोरोना सुरक्षा कवच किट वितरित

1 0
Read Time1 Minute, 26 Second

इन्दौर । 

कोरोना की आपदा के बाद लोगों की सुरक्षा के लिए मातृभाषा उन्नयन संस्थान के सेवा सर्वोपरि प्रकल्प द्वारा स्थानीय ऑटो रिक्शा चालकों को कोरोना सुरक्षा कवच किट वितरीत किए गए।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने बताया कि ‘संस्थान द्वारा विगत एक माह से लगातार शहर में राशन, भोजन और पानी का वितरण किया जा रहा है, इसी कड़ी में कोरोना योद्धाओं के तौर पर कार्यरत ऑटो रिक्शा चालकों और उसमें बैठने वाले आम लोगों की भी सुरक्षा के लिए कार्य करना हमारा ध्येय है।’ इसी के मद्देनज़र प्रकल्प के माध्यम से संस्थान के इरशाद खान सहित दल द्वारा शहर के कई चौराहों पर ऑटो रिक्शा चालकों को कोरोना सुरक्षा कवच किट उपलब्ध करवाए गए।सेवादूतों द्वारा सुरक्षा कवच किट वितरण किया गया। रिक्शा चालकों ने संस्थान के कार्यों की सराहना की एवं प्रकल्प का धन्यवाद दिया।

matruadmin

Next Post

कबीरदास एक रहस्यमयी लोकोपदेशक

Sun Jun 27 , 2021
इस सुंदर जग को ईश्वर ने बड़े ही प्रेम से बनाया है । जगत में भिन्न-भिन्न जीव जंतु ईश्वर का अद्भुत निर्माण हैं । परंतु सबसे अलग जो निर्माण ईश्वर ने किया है, वह मनुष्य नामक प्राणी का है । संसार में प्रत्येक प्राणी की एक सीमित क्षमता है । […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।