राग रंग उत्सव 2025 में कला संवाद आयोजित

0 0
Read Time3 Minute, 44 Second

इंदौर। कबीर जन विकास समूह के तत्वाधान में जीवन शाला विसर्जन आश्रम में आयोजित राग रंग उत्सव में प्रेम, एकता, समता, बंधुता और गरिमा के संदेश को विविध कलाकारों ने अपनी कला के माध्यम से प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर डॉ सुरेश पटेल ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा हमारे देश की संस्कृति बहुरंगी एवं विविधता से भरी हुई है।कलाएं इस विविधता में रंग भरकर उसे सुंदर बनाती है।इस अवसर पर पद्मश्री भेरूसिंह चौहान ने म्हारे सद्गुरु ने रंग बरसायो रे फागण आयो रे … , पद्मश्री कालूराम बामनिया ने होली खेले कोई संत मतवाला…. , कबीर गायक लाखन मंडलोई, विक्रम बोरदिया ने रामरस प्याला है भरपूर …. बंजारन सिस्टर्स की गौरी ने प्रेम से भरा चौमासा ‘ जेठ मास गर्मी को महीनों प्रेम प्यास लग जाये…, प्रीति सिंगार ने’ मेरा साहब है रंगरेज चुनरिया म्हारी रंग डारी….. एवं करुणा पांचाल ने श्रोताओं को प्रेम और विविधता के रंग से सरा बोर कर दिया। प्राची ने कथक नृत्य की भाव भंगिमाओं से नटखट मुरली वाले के साथ प्रेम की पींगे भरी … वहीं नृत्य निदेशक आर्यन सोलंकी ने कबीर जन विकास समूह के नृत्य समूह की बाल नृत्यांगनाओं सिमरन,कुमकुम,तमन्ना,खुशी,वर्षा एवं दीक्षा ने सामूहिक नृत्य प्रस्तुत कर अकेली होती दुनिया को सामूहिकता का संदेश दिया। नन्ही बालिका ओजस्वी ने ‘ ए मेरे मन कर ले ऐसे करम ……बहुत मार्मिकता से प्रस्तुत किया।कार्यक्रम का खास आकर्षण था लक्ष्मी वास्त्री के निर्देशन में सभी श्रोताओ के साथ कबीर के पद पद्मश्री प्रह्लाद सिंह टीपाण्या के स्वर में सदा रामरस बीनी चादर झींनी रंग झीनी हो….पर नृत्य योग जिसमें सभी श्रोता निर्मल मन से नाच उठे। इस अवसर पर राष्ट्रीय कवि पंकज दीक्षित ने अपनी कविताओं से वासंती वयार का अहसास कराया छोटे लाल भारती ने व्यंग्य रचना जो रंगी मिजाज के थे वे बेरंग होगये….!प्रस्तुत की ।
इस अवसर पर समाजसेवी,राजेन्द्र गोयल,के आर ओसवाल,शिवनारायण चौधरी कबीर गायक , समन्वय गुप्ता, डॉ. अर्पण जैन, मुकेश तिवारी,समाज सेवी राम गोपाल सिंह तोमर,सुभाष चौबे ,राधा किशन चौरसिया, मुकेश करोले, मुक्ता, गीता एवं बड़ी संख्या में जनसंगठन, नाट्यकर्मी, गायक, पत्रकार एवं जनसमूह उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन पूजा कुशवाहा एवं छोटेलाल भारती ने किया ,मंच व्यवस्था विनोद जाटव एवं बृजेश ने संभाली।स्वागत एवं आभार डॉ चारु शीला मौर्य ने किया।

matruadmin

Next Post

साहित्य अकादमी प्रारंभ कर रही श्री कृष्ण कुमार अष्ठाना का स्मृति प्रसंग- डॉ विकास दवे

Fri Mar 21 , 2025
इंदौर से ही प्रारंभ होगा प्रथम सौपान इंदौर।प्रख्यात बाल साहित्यकार और प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष श्री कृष्ण कुमार अष्ठाना अब संस्कृति मंत्रालय के कला पंचांग में सम्मिलित होकर प्रतिवर्ष स्मरण किये जायेंगे। उनको यह श्रद्धासुमन बाल साहित्य विमर्श के रूप में प्रस्तुत किये जायेंगे। बाल साहित्य में रुचि रखने […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।