रोशनी को ढूँढता है

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लगता है हमारा आपका
साथ बस यही तक था।
आप अपने आप को
बहुत व्यस्त समझते हो।
और सामने वाले को
अपने से कम समझते हो।
जबकि सामने वाला व्यस्त
होते हुये भी दोस्तो से मिलता है।
हमारी और तुम्हारी सोच में
यही बहुत बड़ा फर्क है।
इसलिए दोस्त आप मस्त रहो
और मुझे मेरे हाल पर छोड़ दो।।

अपने आपको तुम कभी
दुसरो के लिए जी कर देखो।
अपने काम का जिक्र इतना
न करो की समाने वाला।
अपने आपको खुद शर्मीदा
अपनी ही नजरो में समझे।
जबकि वो मिलने मिलाने में
अपनी जिंदगी को जीता है।
खुद खुश रहता है और
औरों को भी खुश करता है।
ऐसे इंसान को समाज और
आप क्या कहते हो आप जनो।।

हर किसी को इंसान खुश
इस जमाने में कर नहीं सकता।
घाव जो दिल पर लगे उसे
समय से पहले भर नहीं सकता।
लाख चापलूसी करे वो इंसान पर
सामने वाले के दिलको पड़ लेता है।
और फिर अपनी जिंदगी को वो
फिरसे अपने अनुसार जीता हैं।
छोड़ देता है साथ ऐसे लोगों का
जो खुदके सिवाए औरों के नहीं।
इसलिए तो कवि लेखक सदा ही
अंधेरो में रोशनी की किरण ढूँढता है।।

जय जिनेंद्र देव
संजय जैन “बीना” मुंबई

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।