कर भरोसा

0 0
Read Time1 Minute, 6 Second

तू निराश क्यों खड़ा है?
किस दुविधा में पड़ा है?
कर खुद पे तू भरोसा।
प्रभु सँग तेरे खड़ा है।

यूँ ही नहीं है मिलती,
जग में कोई सफलता।
तन मन और लगन से,
है कर्म करना पड़ता।
तू निराश……..

बेचारा नहीं तू बन्दे,
ईश्वर की तू है रचना।
एक बार मिलता जीवन,
ना व्यर्थ इसको करना।
तू निराश……..

आगे बढ़ा कदम तू,
मन्जिल तेरी पुकारे।
तू क्यों चुप है बैठा?
यूँ मन को अपने मारे।
तू निराश……..

पी कर विष का प्याला,
नीलकंठ वो कहाए।
चिंता,भय,फिकर में,
आँसू तू क्यों बहाए?
तू निराश……..

माना कठिन हैं राहें,
पर हौंसले जवां रख।
विस्वास की पूंजी,
दिल में तू सदा रख।
तू निराश……..

चल उठ खड़ा तू हो जा,
समय अब ना तुम गंवाओ।
साहस,धैर्य ,लगन से,
कुछ जग को कर दिखाओ।
तू निराश……..

स्वरचित
सपना (सo अo)
जनपद-औरैया

matruadmin

Next Post

झांसी दतिया व ललितपुर पर एक कुंडली

Tue Jun 22 , 2021
झांसी गले की फांसी,दतिया गले का हार, ललितपुर न छोड़िए,जब तक मिले उधार। जब तक मिले उधार,ललितपुर कभी न छोड़े, चाहे कितने कष्ट मिले,लगते रहे तुमको कोड़े। कह रस्तोगी कविराय,सुनो भई ललितपुर वासी, ललितपुर न छोड़ना, बनेगा एक दिन ये झांसी।। आर के रस्तोगी गुरुग्राम Post Views: 256

पसंदीदा साहित्य

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।