मुझसे लिखित पुस्तकों की गणना कर
मेरी उंचाई का स्तर सुनिश्चित मत करना
है अगर गहराई मेरी कविताओं में
तो बस, उनमें उतर जाना।
तूझसे सवाल पूछेगी वो या
तेरा जवाब बनेगी मेरी कविता
ध्यान से परख उसके सभी इशारों को
पहेलियों में बात करती है मेरी कविता
कुछ मिले ऐसा जिसकी खोज में अगर तू है?
इजाज़त है तूझे, उसे समेटकर ले जाना।
है अगर गहराई मेरी कविताओं में
तो बस, उनमें उतर जाना।
नाम – विश्वजितसिंह दिलीपसिंह चंदेल
साहित्यिक उपनाम -विदी
वर्तमान पता – पुणे
राज्य – महाराष्ट्र
शहर – पुणे
शिक्षा – BE(Comp sci), MBA(Marketing), MA(English)
विधा – कविता
लेखन का उद्देश – लेखन ही मेरा उद्देश है।