
खुद पर भरोसा है तो
खुदा भी तेरे साथ है।
अपने पर भरोसा है तो
हर दुआ तेरे साथ है।
जिंदगी से कभी भी
मत हारना मेरे दोस्त।
जब तक तेरे साथ
इंसानियत रहेगी।
तब तक लोगों के
दिलों में तेरा राज है।।
ख्वाहिश ये बेशक नहीं
की तारीफ हर कोई करें।
मगर कोशिश सदा ये
जरूर मेरी रहती है।
की कम से कम कोई
बुराई भी न करें।।
इंसानियत इंसानो को
इंसान बना देती है।
लगन हर मुश्किल को
आसान बना देती है।
लोग यूही नहीं जाते
मंदिरों में पूजा करने।
आस्था ही पत्थर को
भगवान बना देती है।।
रेत की जरूरत हर
मरुस्थल को होती है।
मोतियों की जरूरत हर
समुद्र को होती है।
हम लोग आप को
कभी भी नहीं भूलेंगे।
क्योंकि अच्छे दोस्त की
जरूरत हर इंसानो को होती है।।
हवा से कह दो की
खुदको आजमा के दिखाये।
बहुत चिराग बुझती हो।
कम से कम एक दो
तो जला के दिखाओ।
मिली है जिंदगी लोगों के
काम आने के लिये।
पर वक्त बीता रहा है
कागज के टुकड़े कमाने के लिए।।
आँसू को बहुत समझाया
तन्हाई में आया करों।
महफ़िल में हमारा
मजाक न उड़ाया करो।
इस पर आँसू तड़पकर बोला
इतने लोगों में तुम्हें तन्हा पाते है।
इसलिए इस भीड़ में भी
हम चले आते है।।
जय जिनेंद्र देव
संजय जैन मुंबई