मकर सक्रांति का संदेश

0 0
Read Time1 Minute, 45 Second

राम को जपो श्याम को जपो
जपो ब्रहमा विष्णु महेश को।
पर मत छीनो लोगों से
तुम उनके अधिकारो।
राष्ट्र चरित्र का तुम सब
कब करोंगे निर्माण?
बहुत हुआ खेल अब
जाती धर्म का देश में।
कुछ तो अब शरम करो
देश के निर्माताओं।
कितने सारे त्यौहार
एक तिथि पर पड़ते है।
जो की अलग अलग
धर्म वालो के होकर भी।
एक जैसे ही लगते है
चाहे हो मकरसक्रांति
या हो वो पोंगल आदि।
फिर क्यों धर्म के नाम पर
नफरत के बीज वोते हो।
और देश के भाईचारे को
क्यों मिटाने पर तुले हो।
नहीं किया जब भेदभाव
उस दुनियां को बनाने वाले ने।
फिर तुम कैसे मिटा पाओगें
उसकी बनाई दुनियाँ को।
क्यों लिया जन्म देवीदेवताओं ने
भारत की इस भूमि पर।
क्यों नहीं लिया जन्म
उन्होंने किसी और देश में।
जरा गम्भीर होकर के सोचो
तुम सब इस मूल बात को।
रघुपति राघव राजा राम
पति के पावन सीताराम।
ईश्वर अल्लाह तेरो नाम
सभी को बुध्दि दे भगवान।
सोच विचारकर करो
एकता वाले तुम काम।
तभी अमन चैन शांति
स्थापित देश में हो पायेगीं।।

सभी देशवासीयों को मकर सक्रांति पोंगल लोहरी आदि की बहुत बहुत बधाई और शुभ कामनाएं।

जय जिनेंद्र देव
संजय जैन (मुंबई)

matruadmin

Next Post

अभिनव कला समाज में पं.मसूरकर का शास्त्रीय गायन*

Sat Jan 16 , 2021
इंदौर। मकर संक्रांति के अवसर पर अभिनव कला समाज एवं स्टेट प्रेस क्लब, मध्यप्रदेश द्वारा सांघी मुक्ताकाश मंच, गांधी हॉल में शास्त्रीय गायन सभा का आयोजन किया। शास्त्रीय गायन सभा का आगाज़ ग्वालियर घराने के वरिष्ठ संगीत साधक पं. सुनील मसूरकर ने राग बागेश्वरी से किया। पं मसूरकर के गायन […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।