विभिन्न पत्नियों के विभिन्न वार्तालाप अपने पतियों से

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पायलट की पत्नी बोली अपने पति से,
ज्यादा हवा में मत उडो,
मै तुम्हे तो ही उड़ा दूंगी
ज्यादा तीन दो पांच मत करो
तुम्हे तो मुंह से सीटी बजाकर
हवा में उड़ा दूंगी।

अध्यापक की पत्नी बोली
मुझे ज्यादा मत पढ़ाओ,
मै तो पढ़ी पढ़ाई आईं हूं
तुम जैसे मास्टरों की तो
हेड मास्टरनी बनकर आई हूं।

पेंटर की बीबी बोली
ज्यादा रंग मत घोल।
मुझसे ठीक ठीक बोल
वरना इन्हीं रंगो से
तेरा थोबड़ा रंग दूंगी।

धोबी की बीबी बोली
जा जा अपने घाट पर जा
इधर तू जरा भी नहीं आ
अगर आ गया तू इधर
तुझे जड़ से ही धो दूंगी।

नाटक करने वाले की बोली
इधर ज्यादा नाटक मत कर
करना है तो स्टेज पर कर
अगर यहां नाटक किया तो
तेरा ही नाटक बना दूंगी।

डेंटिस्ट की बीबी बोली,
अपनी डाक्टरी मत दिखा
और अपनी बतिसी मत दिखा
नहीं तो तेरी बातिसी निकाल
तेरे हाथ में हाथ में दे दूंगी।

सी ए की बीबी बोली
मुझसे ज्यादा हिसाब मत कर
तेरा प्रोफिट एंड लोस बना
तेरी बैलेंस सीट बना दूंगी।

आर्किटेक्ट की बीबी बोली
ढंग से रहो मेरे तुम साथ
वरना इन्हीं पैमाने पेंसिल से
तेरे मुंह पर नक्शा बना दूंगी।

बिल्डर की बीबी बोली
अपनी तू औकात में रह
नहीं तो लेबर के सामने ही
तेरी ईट से ईट बजा दूंगी।

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।