
पेट न होता तो ये भूख ना होती,
आंखे न होती तो ये शर्म ना होती।
अगर ये भगवान ना बनाए होते,
किसी से किसी की बात ना होती।।
आंखे न होती तो ये आंसू ना होते,
दिल न होता तो ये दर्द ना होता।
अगर ये भगवान ना बनाए होते
कोई भी किसी का आज ना होता
इंसान न होता इंसानियत ना होती
भलाई न होती तो ये बुराई ना होती
अगर दुनिया में ये कुछ ना होता
किसी से किसी की लड़ाई ना होती
तोप तलवार न होती ये लड़ाई ना होती,
एक दूसरे पर कभी चढ़ाई ना होती।
अगर ये सब कुछ दुनिया में ना होता,
सारी दुनिया अमन चैन से सोती।।
कवि न होता ये कविता ना होती,
स्टेजो पर इतनी रौनक ना होती।
अगर ये सब कुछ ना होता
साहित्य की इतनी प्रगति ना होती
चीन न होता तो कोरोना न होता
सारी दुनिया का बुरा हाल न होता
अगर ये जल्द सब खतम हो जाए
सारा विश्व प्रगति के पथ पर होता
आर के रस्तोगी
गुरुग्रामख