मनुष्य क्या है

0 0
Read Time1 Minute, 15 Second

संजय कहता है,
की खुद”को I
खुद के अंदर,
ही सर्च करो I
अपने कर्माें पर भी,
कभी तो रिसर्च करो।
तभी हमें जीवन का,
सही मूल्यांकन मिलेगा।
हम कितने सही और,
कितने गलत हैI
यही पर हमें और,
आप को पता चलेगा।।

अहम् से ऊँचा ,
कोई आसमान नहीं।
किसीकी बुराई करने जैसा,
आसान कोई काम नहीं।
स्वयं को पहचानने से,
अधिक कोई ज्ञान नहीं।
और क्षमा करने से बड़ा,
कोई दान नहीं।I

मनुष्य की चाल और ढाल।
धन से और धर्म से
भी बदलती है।
जो धन का उपयोग,
धर्म के लिए करते है I
वो सुख शांति और,
सम्बृद्धि पाते हैI
जो धनको अहंकार समझते है,
वो कही के भी नहीं रहतेI
यही मानव जीवन का,
सच्चा सार है।I

जो समझ गया इस,
मूलमंत्र को जीवन में।
जीवन उसका एकदम,
सफल हो जायेगा।
और अपने कर्मो के कारण,
फिरसे मनुष्य जन्म पायेगा।
और धर्म की ज्योत,
आगे भी जलायेगा।।

जय जिनेन्द्र देव की
संजय जैन (मुंबई)

matruadmin

Next Post

कोरोना से खुद को बचाते हुए कैसे बढ़ना है आगे?

Fri Jun 12 , 2020
जिस प्रकार जिव्हा दांतों में खुद को बचाते हुए अपना सम्पूर्ण कार्य कुशलतापूर्वक करती है। उसी प्रकार हमें अपने-आप को चारों दिशाओं से कोरोना के चक्रव्यूह को भेदते हुए जीवनयापन करना होगा। तभी हम स्वयं को बचाने में सफल होंगे।      कोरोना महामारी से निपटने के लिए सरकार द्वारा […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।