‘घाटी का दर्द’

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pavan kumar

क्रंदन मन आँ खों के आँसू ,
कैसे भला छिपाऊँ मैं।
रोती घाटी चीख रही है,
कैसे चुप हो जाऊँ मैं।।

अपने घर के गद्दारों ने,
इसको घायल कर डाला।
आतंकी हमलों ने इसका,
खूनी आँचल कर डाला।।

सत्ता की चाहत में नेता,
कैसे चुप हो जाते हैं।
राजनीति के चक्कर में,
क्यों सैनिक लातें खाते हैं।।

शर्मसार है पूरी घाटी,
आतंकी अफसानों से।
राजनीति क्यों खेल रही है,
सरहद खड़े जवानों से।।

ममता का मन्दिर घायल है,
कैसे इसे बचाऊँ मैं।
रोती घाटी चीख रही है,
कैसे चुप हो जाऊँ मैं।।

ऐसे छूट मिली गर इनको,
ये आगे बढ़ जाएंगें।
भारत माता की छाती पर,
ये आतंक मचाएंगें।।

पहले निपटो घर के अंदर,
छिपे हुए गद्दारों से।।
तब जाकर के निपट सकोगे,
आतंकी सरदारों से।।

सेना का अपमान करे जो,
उसको फाँसी लटका दो।
जो भी मारे उसको मारो,
खुली छूट सेना को दो।।

दहक रही है पावन धरती,
छाले किसे दिखाऊँ मैं।
रोती घाटी चीख रही है,
कैसे चुप हो जाऊँ मैं।।

                                                                              #पवन कुमार यादव

परिचय :  पवन कुमार का जन्म 1991 में हुआ है और आप पिता के साथ कृषि करते हैं। शिक्षा में स्नातक हैं तथा नौकरीपेशा हैं। लेखन आपका शौक है,समय मिलने पर रचनाकार बन जाते हैं। साहित्य में रुचि रखते हैं।

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आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।