मै रहूँ न रहूँ,मेरा देश रहना चाहिए

0 0
Read Time1 Minute, 4 Second

मै रहूँ न रहूँ,मेरा देश रहना चाहिए |
मै बढ़ूँ न बढूँ मेरा देश बढ़ना चाहिए ||

आया है जनसँख्या का सैलाब,यह रूकना चाहिए |
साधन है सीमित,जनसँख्या तो कम होनी चाहिए ||

करे मेरा देश विकास,उसका विश्व में नाम हो |
बन जाये विश्व गुरु,उसकी विश्व में शान हो ||

हर हाथ को काम,हर इनसान को शिक्षा मिले |
सब हो समान इस देश में,यह अधिकार मिले ||

है हम शान्ति के पुजारी,युद्ध से बचना चाहिए |
जो करे हमारी शांति भंग उससे लड़ना चाहिए ||

करते नहीं अपमान किसी का,हमे सम्मान चाहिए |
रखते है सभी से दोस्ती,हमे उसका मान तो चाहिए ||

मै रहूँ न रहू,मेरा देश रहना चाहिए |
मै बढूँ न बढूँ,मेरा देश बढ़ना चाहिए ||

#आर के रस्तोगी
गुरुग्राम (हरियाणा)

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

मुझे मोहब्बत तुम्हीं से है बस

Tue Sep 24 , 2019
मुझे मोहब्बत तुम्हीं से है बस ।ये दिल धड़कता तेरे लिए है ।।तू ही है बस एक सुकून दिल का ।।।ये ज़िस्म सिसकता तेरे लिए है ।।।। तुम्हीं से ख़ुशबू ग़ुलों में है बस ।ये दिन निकलता तेरे लिए है ।।तुम्हीं से रोशन बहार मुझमें ।।।ये दिल धड़कता तेरे लिए […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।