बीत गई है होली,लोग रंगो को छुड़ाने लगे हैं। अपने चाहने वाले,फिर से याद आने लगे हैं।। पी थी जिन्होंने भंग,उनका नशा उतरने लगा है। क्यों किया था ऐसा काम,उनको अखरने लगा है।। मेहमान जो आए थे,अपने घर को लौटने लगे हैं। उड़ रहे थे जो पक्षी घौसलो में लौटने […]