धर्म बस एक ही है,करे उपकार सदा;
हिन्दू धर्म आपस में,हीय मिला रहा।
पूजन विधान भिन्न,मंदिर मस्जिद चिन्ह:
चर्च गुरुद्वारा को भी,मान दिला रहा।
धर्म है सिखाता हमें,सुनो मेरे देशवासी;
संविधान वो नहीं जो,मांस खिला रहा।
धर्म निरपेक्षता की,बात करते हैं सभी;
भारत का संविधान,देश हिला रहा।।
#कौशल कुमार पाण्डेय ‘आस’
परिचय : कौशल कुमार पाण्डेय ‘आस’ की शिक्षा एमकाम,एमएड सहित साहित्याचार्य भी है। आप पीलीभीत(उ.प्र.) के बीसलपुर में रहते हैं। विधा की बात करें तो,गीत, मुक्तक,छंद,गजल लिखते हैं। कई सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक,साहित्यक एवं धार्मिक संस्थाओं में दायित्व पर हैं। आपके रचित कालसेन चालीसा व सप्तक प्रकाशित हुए हैं तो,कुछ पुस्तकों का सम्पादन भी किया है। साथ ही कवि सम्मेलन व क्षेत्रीय गोष्ठियों में सहभागिता भी करते हैं। कई विद्यालयों व संस्थाओं से सम्मान पत्र मिले हैं।