लड़ा हूं फिर खड़ा हूं।।।

0 0
Read Time1 Minute, 21 Second

खड़ा हूं प्रलय की आंधियों में, लड़ा हूं डट कर, टूटा हूं सौ बार, गिरा हूं,फिर उठा मन विकराल कर चला, रुका नहीं, फिर कभी दोबारा डिगा नहीं।।।

संकट के बादल है घिरे, आंसू खून के हैं वहे, मैं डटा सौ बार, फिर टूटे मन से हूं चला,घनघोर हवाओं के झोंकों में, फिर कभी दोबारा भीगा नहीं।।

अपनों का शिकार हुआ, एक बार नहीं हजारों बार हुआ, टूटने की कगार हुआ, देखा नहीं बिछे अंगारों को, नंगे पांव हूं चला, उनसे फिर कभी दाह शांति दोबारा चाहूंगा नहीं।।

हुआ है भरे समाज का प्रहार तोड़ने को हृदय, मैंने जोड़ा फिर हृदय को बार बार, टूटा नहीं हूं किंचित मन से, जुड़ा रहा मजबूत चट्टान से, फिर दोबारा कभी रेंगा नहीं।।

क्षत्रिय हूं लड़ता रहूंगा जीवन रणभूमि में धर्म युद्ध है जीवन कष्टों की ज्वाला से हूं तपा पहाड़ जैसा हौसला रख लक्ष्य मुझसे छीन कोई फिर दोबारा पाएगा नहीं।।।

ठाकुर तारा सुंदर नगर मंडी हिमाचल प्रदेश

matruadmin

Next Post

समर्पण

Sat Sep 12 , 2020
अनजाने में हुए पाप का प्रायश्चित करना जरूरी है भविष्य मे कोई पाप न हो यह सावधानी जरूरी है हमारी किसी गलती से अगर कष्ट किसी को हो जाए खुले मन से करो पश्चाताप अन्यथा दण्ड मिले, जरूरी है दण्ड से बचने की ढाल न बनाओ कभी क्षमा को निर्लेप […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।