लड़ा हूं फिर खड़ा हूं।।।

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खड़ा हूं प्रलय की आंधियों में, लड़ा हूं डट कर, टूटा हूं सौ बार, गिरा हूं,फिर उठा मन विकराल कर चला, रुका नहीं, फिर कभी दोबारा डिगा नहीं।।।

संकट के बादल है घिरे, आंसू खून के हैं वहे, मैं डटा सौ बार, फिर टूटे मन से हूं चला,घनघोर हवाओं के झोंकों में, फिर कभी दोबारा भीगा नहीं।।

अपनों का शिकार हुआ, एक बार नहीं हजारों बार हुआ, टूटने की कगार हुआ, देखा नहीं बिछे अंगारों को, नंगे पांव हूं चला, उनसे फिर कभी दाह शांति दोबारा चाहूंगा नहीं।।

हुआ है भरे समाज का प्रहार तोड़ने को हृदय, मैंने जोड़ा फिर हृदय को बार बार, टूटा नहीं हूं किंचित मन से, जुड़ा रहा मजबूत चट्टान से, फिर दोबारा कभी रेंगा नहीं।।

क्षत्रिय हूं लड़ता रहूंगा जीवन रणभूमि में धर्म युद्ध है जीवन कष्टों की ज्वाला से हूं तपा पहाड़ जैसा हौसला रख लक्ष्य मुझसे छीन कोई फिर दोबारा पाएगा नहीं।।।

ठाकुर तारा सुंदर नगर मंडी हिमाचल प्रदेश

matruadmin

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समर्पण

Sat Sep 12 , 2020
अनजाने में हुए पाप का प्रायश्चित करना जरूरी है भविष्य मे कोई पाप न हो यह सावधानी जरूरी है हमारी किसी गलती से अगर कष्ट किसी को हो जाए खुले मन से करो पश्चाताप अन्यथा दण्ड मिले, जरूरी है दण्ड से बचने की ढाल न बनाओ कभी क्षमा को निर्लेप […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।