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तनिक नही भयभीत मैं
अविचल खड़ा अटल हूं।
न हार में न जीत में
मैं सत्य पथ पर प्रशस्थ हूं।
नही बदले मेरे विचार
नही मांगा कुछ अधिकार
अपने संस्कार पर आबद्ध हूं
अटल अविचल अडिग हूं
सम्मान देश का मुझे चाहिए
जननी धरा का अभिमान मुझको चाहिए।
मिट्टी से जुड़ा हर दिल मे प्यार हमे चाहिए
विश्वाश वही अंदाज वही
मंजिल वही मुकाम वही
ज्योति प्रज्ज्वलित निरन्तर
दीपक वही प्रकाश हूं
अटल अस्थिर अडिग विश्वाश हूं।
आस्था और विश्वाश की नई आश हूं।।
#अविनाश तिवारीजांजगीर चाम्पा(छत्तीसगढ़)
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