टोटल धमाल : दिमाग रखे बाहर और फ़िल्म का लुत्फ उठाए

0 0
Read Time3 Minute, 45 Second
edris
टोटल धमाल
दिमाग रखे बाहर और फ़िल्म का लुत्फ उठाए
फ़िल्म समीक्षक इदरीस खत्री द्वारा,,
हँसी का तड़का
अदाकार
अजय देवगन, अनिल कपूर, माधुरी, अरशद, रितेश, जावेद,जानी लिवर, संजय मिश्रा, बोमन ईरानी,
निर्देशक
इंद्र कुमार
IMG_20190222_180702
कहानी
पोलिस कमिश्नर(बोमन ईरानी)के चोरी के पैसे एक बिल्डिंग से राधे ब्रो(अजय देवगन) और जानी(संजय मिश्रा) चुराते है, वह पैसा ड्राइवर बन्टी(मनोज पाहवा) लेकर भाग जाता है और वह पैसा ओमकार ज़ू में छिपा देता है इसके बाद ड्राइवर की हेलिकॉप्टर एक्सिडेंट में मौत हो जाती है, लेकिन मौत से पहले वह जनक पूरी के उस जू और 50 करोड़ की रकम के बारे में बता देता है
तो शुरू होती है खोज 50 करोड़ की, साथ ही शुरू होती है हँसी की रेल, ठीक पिछली धमाल की तरह
फ़िल्म में परिस्थिति जन्य हास्य(सिचुएशनल कॉमेडी) की भरमार है, वाचिक हास्य भी अच्छा लिखा गया है जो कि वेद प्रकाश और बन्टी राठौर ने लिखा हैं|
लेकिन बार बार हॉलीवुड फिल्म मेड मेड सिटी और पिछली धमाल की याद दिलाता है,,,
अनिल, माधुरी की टाइमिंग गजब की है, अरशद, रितेश, संजय मिश्रा, जानी लीवर सहित सभी किरदार खूबसूरती से गढे गए है,
फ़िल्म के गाने भी अच्छे बन गए है जो कि गौरव रोशन ने बनाए है,,
फ़िल्म में हर किरदार को बड़ी खूबसूरती से गढा गया है जो कि प्रभावित करता है,,
फ़िल्म शुद्ध पारिवारिक फ़िल्म है जिसमे द्विअर्थी शब्द नही के बराबर है, न ही कोई सेक्स सीन है तो
फ़िल्म को बच्चों के साथ परिवार एन्जॉय कर पाएगा,
फ़िल्म का बजट 100 करोड़ बताया जा रहा है, जो कि आसानी से पार होता दिख रहा है,,
अनिल, माधुरी की जोड़ी को फिर साथ देखना सुखद लगा,,
दिमाग रखे बाहर और फ़िल्म देखिये सिर्फ एन्जॉय कीजिये
फ़िल्म को मेरी तरफ से
2.5स्टार्स

#इदरीस खत्री

परिचय : इदरीस खत्री इंदौर के अभिनय जगत में 1993 से सतत रंगकर्म में सक्रिय हैं इसलिए किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं| इनका परिचय यही है कि,इन्होंने लगभग 130 नाटक और 1000 से ज्यादा शो में काम किया है। 11 बार राष्ट्रीय प्रतिनिधित्व नाट्य निर्देशक के रूप में लगभग 35 कार्यशालाएं,10 लघु फिल्म और 3 हिन्दी फीचर फिल्म भी इनके खाते में है। आपने एलएलएम सहित एमबीए भी किया है। इंदौर में ही रहकर अभिनय प्रशिक्षण देते हैं। 10 साल से नेपथ्य नाट्य समूह में मुम्बई,गोवा और इंदौर में अभिनय अकादमी में लगातार अभिनय प्रशिक्षण दे रहे श्री खत्री धारावाहिकों और फिल्म लेखन में सतत कार्यरत हैं।

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

तिरंगा प्यारा

Fri Feb 22 , 2019
तिरंगा आन में रहता तिरंगा शान है रखता तिरंगा ही तो हमें जिन्दाबाद है रखता। वतन परस्ती की वचन परस्ती की शपथ परस्ती की तिरंगा दिल में पहचान है रखता। गद्दारो को सबक देश भक्तो की कदर शान से ये तो दिमाग है रखता हर वतन परस्त का तिरंगा ख्याल […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।