तिरंगा आन में रहता
तिरंगा शान है रखता
तिरंगा ही तो हमें
जिन्दाबाद है रखता।
वतन परस्ती की
वचन परस्ती की
शपथ परस्ती की
तिरंगा दिल में
पहचान है रखता।
गद्दारो को सबक
देश भक्तो की कदर
शान से ये तो
दिमाग है रखता
हर वतन परस्त का
तिरंगा ख्याल है रखता।
लहराये तो हर दिल
अजीज बन जाये
झुक जाये तो
हर दिल मुरझाए
वतन पे मिटने वाले की
तिरंगा आबाद है रखता।
जवा दिल की
धड़कन है रखता
हर मसला का
समाधान है रखता
तिरंगा एकता की
मिसाल है रखता।
“आशुतोष”
नाम। – आशुतोष कुमार
साहित्यक उपनाम – आशुतोष
जन्मतिथि – 30/101973
वर्तमान पता – 113/77बी
शास्त्रीनगर
पटना 23 बिहार
कार्यक्षेत्र – जाॅब
शिक्षा – ऑनर्स अर्थशास्त्र
मोबाइलव्हाट्स एप – 9852842667
प्रकाशन – नगण्य
सम्मान। – नगण्य
अन्य उलब्धि – कभ्प्यूटर आपरेटर
टीवी टेक्नीशियन
लेखन का उद्द्श्य – सामाजिक जागृति