# गोपाल कौशलपरिचय : गोपाल कौशल नागदा जिला धार (मध्यप्रदेश) में रहते हैं और रोज एक नई कविता लिखने की आदत बना रखी है।
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अमृतसर ट्रेन हादसा…………
धू ..धू ..धू..धू
जलता रावण,
पटरी पर खड़े लोग,
एक सौ बीस की
रफ्तार से गुजरी ट्रेन,
लाशें ही लाशें,
चीखें ही चीखें,
वो भयानक मंजर,
आखिर जिम्मेदार कौन ?
ह्रदय विदारक घटना
में बच्चे,बूढ़े,जवान
की चली गई जान
थे जो काल से अनजान ।।
हे । ईश्वर देना इनकी
आत्मा को शांति ..
परिवार को इस व्रजपात
को सहने की देना शक्ति ।।
भविष्य में न हो अब
ऐसी अनहोनी
जब तक न मिले
दोषियों को दंड
तब तक रखना
अपनी आवाज को
बुलंद अमृतसर ..
मत रहना तुम मौन ।।
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