मैना की बैना

0 0
Read Time4 Minute, 27 Second

 

LAXMI KUSHAVAH

बाबुल मै तेरे बागों की लाडली मैंना थी फुदक-फुदक कर इधर-उधर डोला करती थी
दाना-दुनका जो भी दे देता था उसे मै चुपचाप चुग लिया करती थी।
पर तुझसे उठाया न गया मेरा नन्हा सा बोझ और तूने पाली मुक्ति मुझे सैयादों को सौप
यहां मुझे पिंजरें मै बंद कर डाला है,दाना दुनका भी किसी ने न डाला है
हमेशा जब तब सब डण्डी लिये मार पीट किया करते हैं जानते है क्यों बाबा?
क्योंकि तुमने इन्हे सोने का पिंजरा नहीं दिया न!
मेरे गले में सोने की कण्ठी नहीं डाली न!
मै कहीं उड़कर तुम्हारे पास न चली आऊं बाबा
इसलिये मेरे पर भी काट डालें हैं,मेरा शरीर जगह-जगह से घायल हो गया है
पिंजरे से टकरा टकरा कर
जाने क्यों दिन रात मुझे रसोई में ही टांग कर रखा जाता है,
देखना एक दिन आग की लपट उठेगी और तेरी यह मैना कोयला बन जायेगी
पर कटे हैं बाबा उड़ भी न सकूंगी तेरे दिये लोहे के पिंजरे के साथ ही जल जाऊंगी।
इन्हें सोने का पिंजरा देदो न बाबा,यह मुझे नहीं रखना चाहते, कुछ दाने भी नहीं खिलाने चाहते।
केवल सोने का पिंजरा चाहिये इन्हें लादों न बाबा, और मुझे यहां से ले जाओ
वरना स्टोव से लपट उठने ही वाली है , तेरी यह चिरैया जलने ही वाली है
तब रोकर क्या होगा जब मै ही न रहूंगी, दर्द से छटपटाते सांसे ही तोड़ दूंगी।
इसलिये बाबा जरा जल्दि ही आना, जरा भी देर न लगाना, मुझे जीवित ही ले जाना
मुझे जीवित ही ले जाना

#डॉ लक्ष्मी कुशवाह

परिचय
लेखिका का नाम : डॉ0 लक्ष्मी कुशवाह

शिक्षा बीए , एलएलबी, मास्टर डिग्री इन सॉशल वर्क , मास्टर डिग्री इन योग ,रेकी प्राकृतिक चिकित्सा (एन डी)

जन्म दिनांक 2/1/61

स्थान मुरार (ग्वालियर) म.प्र.

पूरा पताः  भोपाल मध्यप्रदेश

प्रमुख विधा मुक्त विधा

पुस्तक प्रकाशनः 1 महिलाओं के प्रति अपराध एवं कानूनी 
प्रयास 2013
2 अन्य काव्य संग्रह में संकलित काव्य 
2 केस स्टडी 18
3 अन्य कहानी संग्रह में संकलित कहानियां प्रकाशित

उपलब्धियां सम्मान एवं पुरस्कार . भारत सरकार द्वारा प्रदत गोविन्दवल्लभ पंत पुरस्कार 2013 महिलाओं के प्रति अपराध एवं कानूनी प्रयास के लिये।

2. राज्य स्तरीय कस्तूरबा गांधी पुरस्कार तीन बार, (महिलाओ एवं कमजोर वर्गों के प्रति संवेदनशीलता एवं त्वरित कार्यवाही हेतु

3.सरोकार संस्था द्वारा प्रदत सशक्त साथी पुरस्कार,

4. सृजन शब्द शक्ति सम्मान वर्ष 2016,
.
़़़़़़़़़़
5. काव्यांजली में कल आज और कल कविता के लिये प्रथम पुरस्कार।

6 साहित्य कलश इन्दौर , मध्यप्रदेश द्वारा श्री व श्रीमती ईश्वर पार्वती अलंकरण 17- महिलाओं के प्रति अपराध एवं कानूनी प्रयास पुस्तक के लिये।

7 साहित्य गौरव सम्मान-2017
साहित्य समीर दस्तक द्वारा।

8 सखी गौरव सम्मान 
9 विशिष्ट साहित्य सम्मान -18 सखी साहित्य परिवार गुवाहाटी, असम द्वारा 
10 डीएसपी एवं उपनिरीक्षक के लिये केस स्टडी पर प्रशंसा पत्र
11 कथा गौरव सम्मान 18 हिंदी दैनिक वर्तमान अंकुर देहली द्वारा

संप्रति : उपपुलिस अधीक्षक पुलिस मुख्याल भोपाल

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

शहर के वरिष्ठ साहित्यकार दम्पत्ति श्री शशि तिवारी एवं श्रीमती कमलेश तिवारी का काव्य संग्रह 'कलरव' विमोचित

Thu Jul 12 , 2018
गोंदिया। कविता लिखी नहीं जाती समय, परिस्थिति व वातावरण कवि मन को प्रेरित करता है और कलम कविमन के भावों को शब्दों के प्रवाह मेंं ढाल देती है जो कविता हो जाती है। कलरव कवि दम्पति शशि तिवारी व श्रीमती कमलेश तिवारी की कविताओं का ऐसा ही एक गुंजन है, […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।