कलियाँ खिलेंगी मधुबन में फिर मुरझा जाएँगी, भेदभाव के दुर्भाव से गर्भ में सहमी बच्ची फिर मार दी जाएगी, भारत रो रहा है देश सो रहा है ऐसी दशा होगी सोचा न था.. सदियों से पूजित नारी पति से दुत्कारी जाएगी, ऋषि-मुनियों की धरती पर भी उनकी जान जाएगी, भारत […]

आधुनिकता के इस दौर में न राम है न राम सा। न माता कौशल्या सी न पिता राजा दशरथ सा। सीता सी नारी नहीं अब जो दे सके अग्नि परीक्षा, समाज उस पर ऊंगली उठाए कैसे हो उसकी रक्षा। लक्ष्मण सा भाई नहीं देखा जो चल दिये वनवास, भाई-भाई का […]

पाँच हजार वर्ष पूर्व भारत में जन्मे एक दिव्य महान, वैभवशाली महाराजा अग्रसेन जी अग्रवंश के भगवान। प्रताप नगर के राजा अग्रसेन जी अग्रोहा जिनकी धाम, प्रेम, त्याग, करुणा की प्रतिमूर्ति जन सेवा करना काम। धनपाल के पौत्र अग्रसेन जी राजा वल्लभ की संतान, प्रताप नगर के राजा थे सत्य-अंहिसा […]

भारत माँ की पावन भूमि में आज खुशियों की बहार। स्वतंत्रता दिवस की पावन बेला व राखी का त्यौहार। राखी के त्यौहार संग तिरंगा झंडा फहराएं हम, प्यार-स्नेह का बंधन, देशभक्ति मन में जगाएं हम। भाई-बहन के नेह का बंधन देश प्रेम का संयोग हुआ, केसरिया सफ़ेद हरा तिरंगा फहराने […]

देश के जाबाज़ सैनिकों तुम पर हमें अभिमान है। देश के वास्ते शहीद हुए बहादुर देश के वीर जवान है। अमर शहीदों की कुर्बानी, याद सदैव हमें आते रहेंगे, सूरज चाँद सितारें की तरह गगन में सदा चमकते रहेंगे। नमन माता-पिता को जिन्होंने वीर पुत्र को जन्म दिया, सीने पर […]

जन्मदिन हो मुबारक तुम्हें मिले खुशियां सारी कर्म करो तुम एेसा कि बन जाओ सबसे न्यारी यश-वैभव से पूरित भरा जीवन सारा है स्वस्थ रहो प्रफुल्लित रहो यही आशीर्वाद हमारा है संस्कार से पूर्ण हो और बनो आज्ञाकारी नेक काम करो ऐसा कि सब गुणगान करें तुम्हारी पढाई में अपना […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।