राष्ट्र गौरव बेटे अभिनंदन भारत माता लगा रही चंदन लाल तेरा वंदन|| रण बाँकुरा अभिनंदन आया नभ में छाया राष्ट्र का पराक्रम खुशियाँ संग लाया|| सु-स्वागतम भारतीय सपूत सेना का शौर्य राष्ट्र करे वंदन आओ अभिनंदन|| धन्य है पिता धन्य माता की कोख धन्य है राखी धन्य हुआ सिंदूर धन्य […]

   मधु यामिनी दो दिलों का संगीत, प्रीत के मीत मन मयूरा नाचे, गाए सौभाग्य गीत। रात चहके तो दिन निखरेगा, चन्दा चमके सूर्य भी दहकेगा, रात दिन महके। निशा के हाथ में जुगनू है ऐसे, कल्पना करें चाँदनी के रथ में, चाँद सोया हो जैसे। मन उदास पिया गए […]

शिव में मात्रा…जीवन की है.. शिव ही तो है…खेंवईया, शिव तांडव से…नृत्य कलाएं.. शिव डमरू से…स्वर-लहरियां॥ शिव से ही है…वशीकरण तो.. शिव से ही…उच्चाटन है, शिव से ही है…सुंदरता तो.. शिव ही सत्य…सनातन है॥ शिव से ही…मानवता पलती.. शिव ही करते…रखवारी, शिव कण्ठ में…गरल समाया.. शिव मस्तक पर…गंगझारी॥ शिव त्रिशूल […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।