अमृता और रमेश दोनो दया-भाव से भरे थे।त्योहारों में मॉल से शॉपिंग के बजाए गरीब फेरीवाले से खरीददारी किया करते थे। आज करवाचौथ का दिन था। अमृता ने फेरीवाले को बैठाकर रमेश को आवाज दिया-“रमेश! साड़ी पसंद कर दो जरा।” रमेश-“अरे तुम्हें पहनना है, तुम हीं देख लो न!मुझे क्यों……?” […]