अदम्य साहस के परिचायक, शौर्य वीरता के प्रतिमान , हमारे देश के वीर सैनिक, तीनों सेनाओं के जवान । स्वाभिमान पर करें प्रहार जो, दुश्मन का करते हैं दमन, ऐसे ही वीर सपूतों को, करते हैं हम सदा नमन। इन वीर जवानों के ही दम पर , सुरक्षित है हमारा […]
मेरा प्यारा भारत ऐसा हो , जहाँ गंगा जमुनी तहज़ीब पले , धर्म के नाम पर ना हों दंगे, हर चेहरे पर मुस्कान खिले। बेईमानी भ्रष्टाचार के दीमक से, हो जाए मुक्त भारत प्यारा, गरीबी बेरोजगारी दूर हटे, ना रहे कोई खुद से हारा। मेरा देश ना बने कभी , […]
अनुपम धवल पूर्ण चंद्रमा पुलकित हर्षित है सृष्टि शीतल चाँदनी संग हो रही दुर्लभ अमृत रस की वृष्टि शरद ऋतु की है सौगात शरद पूर्णिमा की ये रात अद्भुत छटा बिखर रही है स्वर्ग सी लगे कायनात । तरू लताएँ भी हर्षाईं धरा गगन देख मुस्काई चाँदनी संग भेजा संदेसा […]
आदिशक्ति हे मात भवानी जग जननी हे जग कल्याणी अवगुन मेरे तुम दूर करो माँ पावन निर्मल ये मन कर दो। दुखों का सहरा हुआ ये जीवन कृपा को तरसे इसका कण-कण ऐसी कर दो प्रेम की बरखा सहरा को तुम मधुवन कर दो। श्रद्धा से करूं भक्ति तुम्हारी विनती […]
अखबार टीवी के लिए तो बस एक खबर होती है पूछो उसके दिल से हाल उसका जिस पर यह कयामत गुजर होती है । मीडिया को मिल जाता है एक ज्वलंत बहस का मुद्दा टीआरपी की खातिर केवल बहस नज़र होती है । हैवान घूमते पहने शराफत का नकाब इज्जत […]
शांत धरा के सीने में धधकते हुए कई ज़ख्म हैं पर क्यूँ इसकी हालत से आज बेखबर से हम हैं हवा जहरीली पानी दूषित हर तरफ फैला है प्रदूषण मानव के स्वार्थ के कारण प्रकृति का ह्रास हो रहा भीषण कब तक सहती रहेगी प्रकृति इसका क्रुद्ध होना तो तय […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।