प्रभु ने सृष्टि को क्या खुब बनाया सुंदरता को मानो पृथ्वी पर बिखराया। रंग बिरंगी बिखरा समां कितना प्यारा लगता जहां। चहचहाते पंछियों को देखा सुनहरा रंग अंबर में फैला। बारिश की टिप-टिप बूंदों को सुनाया । तारों की झिलमिलाहट को चमकाया। हवाओं की शीतलता को गुनगुनाना। लहरों […]