तुम हमारे अधिकार से जीते हो, और हम तुम्हारे कर्तव्य बोध पर अधिकार तो हर पाँच वर्ष बाद आता है, पर कर्तव्य बोध का परिणाम पाँच वर्ष पर्यंत झेलना होता हैl अधिकार और कर्तव्य होते तो हैं परस्पर आश्रित, लेकिन इनका परस्पर संघर्ष भी विकट, होता है। न्याय और सुरक्षा व्यवस्था […]