रोज तुम मेरा अधूरी ख़्वाब हो गई, धुंधली जिंदगी में,माहताब हो गई। शराबी कहते हैं मुझे आजकल सभी, होंठ तुम्हारे नशीली शराब हो गई। सुलझे मेरे सारे पेंचीदा सवाल, जब आंखें तुम्हारी जवाब हो गई। बागों के पुष्प भी न भाते अब मुझे, सूरत तुम्हारी फूल गुलाब हो गई। जरा […]