खुशी से ज्यादा दर्द सच्चा लगता हैं, वो हर किसी का चेहरा पहचान रखता है। रातों को जागकर भी मेहनत करना, हर शख्स को हमेशा आबाद रखता है। मंजिल को पाने वाला हर शख्स , जिद , जुनून, कुछ पीड़ा साथ रखता है। कलम और क्रान्ति अगर साथ रहे तो, […]
आओ इस दीवाली एक दीप नया जलाए समाज में व्याप्त बुराइयों को जलाकर भगाएं इस बार हम मिट्टी के ही दीप जलाए भारतीयता का परचम इस जग में लहराये राम लला जब बुराई को हराकर घर पर आए जब ही सब ने सुंदर सुसज्जित दीप सजाए थे। इस बार कुम्हार […]
मैं मन में तेरी याद सजाए बैठा हूँ, तू भूल गई मुझको तो कोई बात नहीं। तेरी पीड़ा निज मन मंदिर में स्थापित कर, करता हूँ जाने कब से नित तेरा पूजन नयनों के जल का अर्घ्य,हृदय प्रतिमा के पुष्प, विरहाग्नि की सुलगा धूप,दुःखों का घिस चंदन प्राणों की आरती […]
सोंधी-सोंधी-सी ख़ुशबू लेकर जब तुम आती हो, मुझको तो लगता है अपने खेत की तुम माटी हो। हरे-भरे पत्तों के जैसा है परिधान तुम्हारी, बागों की नाज़ुक कलियों -सी है मुस्कान तुम्हारी, पंखुड़ियों से अधर खिले तुम हर एक को भाती हो। मुझको तो लगता है अपने खेत की तुम […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।